आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सबसे अधिक प्रभावित होने वाली चीज है हमारी पाचन शक्ति। गैस, कब्ज, अपच, सीने में जलन और पेट फूलना जैसे लक्षण कमज़ोर पाचन तंत्र की पहचान हैं। आयुर्वेद के अनुसार, जब अग्नि (पाचन अग्नि या जठराग्नि) कमजोर हो जाती है, तब शरीर भोजन को पूरी तरह पचा नहीं पाता और आम (टॉक्सिन) बनने लगता है। यही आम आगे चलकर यही बीमारियों की जड़ बन जाती है। अस्वस्थ पाचन तंत्र शरीर में विषाक्त पदार्थों का भंडारण भी करता है, जो अंततः कई स्वास्थ्य समस्याओं का मूल कारण बन जाता है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय बताए गए हैं। पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए जीरा पानी पिएं, अजवाइन का काढ़ा बनाएं, दोपहर के भोजन में सबसे बड़ा मील लें, और योग व व्यायाम करें। सौंफ, अदरक, हल्दी जैसे पाचन मसालों को अपने भोजन में शामिल करें। तनाव से बचें और रात का खाना सोने से कुछ घंटे पहले खाएं।
पाचन शक्ति कमजोर होने के लक्षण :
पेट की पाचन शक्ति कमजोर होने पर कई तरह के संकेत दिखाई देने लगते हैं, जैसे:
1 . बार-बार पेट फूलना या गैस बनना
2 . खाना खाने के बाद भारीपन
3 . कब्ज या दस्त की समस्या
4 . बार-बार डकार आना
5 . जी मिचलाना या भूख न लगना
6 . थकान और आलस्य
अगर आप भी इन लक्षणों से परेशान हैं तो नीचे बताए गए आयुर्वेदिक नुस्खे आपके लिए बेहद उपयोगी होंगे।
पाचन शक्ति कमजोर होने के कारण :
कई कारणों से पाचन शक्ति कमजोर होती है जिससे अपच और पेट खराब होने की समस्या होती है। जैसे :
1 . जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन
2 . अनियमित भोजन और रात देर तक जागना
3 . तनाव और नींद की कमी
4 . पानी कम पीना और फाइबर की कमी
5 . एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाओं का बार-बार सेवन
पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय :
1. पाचन शक्ति बढ़ाने वाले घरेलू उपाय :
1 . हींग पानी: गुनगुने पानी में हींग डालकर पीने से गैस और पेट दर्द दूर होता है।
2 . लेमन-हनी वॉटर: सुबह खाली पेट नींबू और शहद का गुनगुना पानी पीने से पाचन सुधरता है।
3 . पुदीना पानी: पुदीना की पत्तियों का रस या चाय अपच और गैस में राहत देती है।
2. ताजा और गर्म भोजन :
इसमें हम जानेंगे पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय।आयुर्वेद के अनुसार बासी, ठंडा या प्रोसेस्ड खाना पाचन शक्ति को कमजोर करता है। इस लिए हमेशा ताजा भोजन और पानी लेना चाहिए।
1 . हमेशा ताजा और गर्म भोजन करें।
2 . ठंडे पेय पदार्थ, फ्रिज का पानी और जंक फूड से बचें।
3. अदरक (Ginger) का सेवन :
अदरक पाचन तंत्र को मजबूत बनाने का सबसे अच्छा आयुर्वेदिक नुस्खा है।

- भोजन से पहले हल्का अदरक का टुकड़ा नमक के साथ चबाने से जठराग्नि प्रबल होती है और खाना अच्छे से पचता है।
2 . अदरक की चाय पेट की गैस, मितली और अपच को ठीक करता है।
4. त्रिकटु चूर्ण :
इसमें हम जानेंगे पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय। त्रिकटु चूर्ण (सौंठ, काली मिर्च और पिपली) को आयुर्वेद में अग्निदीपक माना जाता है।
1 . आधा चम्मच त्रिकटु चूर्ण को शहद के साथ लेने से पाचन शक्ति तेज होती है।
2 . यह हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर शरीर को हल्का और ऊर्जावान बनाता है।
5. त्रिफला का प्रयोग :
त्रिफला चूर्ण (आंवला, हरड़, बहेड़ा) के मिक्चर से बनता है , यह पाचन के लिए रामबाण होता है। इसमें हम जानेंगे पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय।
1 . रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण लेने से कब्ज की समस्या दूर होती है और आंतें साफ रहती हैं।
2 . यह पेट की अग्नि को संतुलित रखता है।
6. जीरा और अजवाइन ( Cumin and celery )
पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय में प्रतिदिन खाना बनाने में जीरे और अजवाइन प्रयोग करना चाहिए जिससे पाचन प्रक्रिया में मदद मिलती है।
1 . अजवाइन के साथ काला नमक मिलाकर चबाने से गैस और अपच तुरंत दूर होती है।
2 . अजवाइन पानी (अजवाइन को उबालकर) पीने से भी पाचन सुधरता है।
7. हल्दी और गर्म पानी (Turmeric and hot water)
पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय में हम जानेंगे हल्दी के बारे में और हल्दी का काम क्या होता है।
1 . हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है।
2 . हल्दी वाला गर्म दूध या हल्दी पानी का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।
3 . यह पेट में जमा टॉक्सिन को बाहर निकालता है।
8. योग और प्राणायाम

पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय में आज हम जानेंगे योग और प्राणायाम के बारें में। पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में योगासन और प्राणायाम बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इसको प्रतिदिन करने से शरीर कई प्रकार के रोगों से दूर रहता है। यहां पर कुछ महत्वपूर्ण योगासन –
1 . पवनमुक्तासन, वज्रासन, भुजंगासन और सूर्य नमस्कार पाचन के लिए उत्तम आसन हैं।
2 . कपालभाति और अनुलोम-विलोम प्राणायाम पेट की अग्नि को प्रबल करते हैं।
9. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle changes)
इसमें हम जानेंगे पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में कि अपने जीवन शैली में कुछ बदलाव करके हम पाचन शक्ति को कैसे सही करें।
1 . खाना हमेशा समय पर करें।
2 . खाना धीरे-धीरे चबाकर खाएं।
3 . रात का भोजन हल्का और जल्दी कर लें।
4 . ज्यादा देर तक खाली पेट न रहें।
5 . तनाव और चिंता से बचें, क्योंकि ये पाचन को कमजोर करते हैं।
6 . शराब और धूम्रपान के सेवन से बचे।
7 . पर्याप्त नींद लेना।
8 . सुबह जल्दी उठना।
9 . स्ट्रेस को कंट्रोल करना।
10 . ध्यान भटकाने वाली चीजों से बचें।
10. आयुर्वेदिक औषधियाँ

पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय में आज हम जानेंगे कि आयुर्वेद के अनुसार पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए “जठराग्नि” को संतुलित करना आवश्यक होता है। पाचन शक्ति बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाएं – जो नीचे दी गयी हैं – पाचन ठीक करने का बेहतरीन आयुर्वेदिक तरीका हैं।
- त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna): यह हरड़, बहेड़ा और आंवला का मिश्रण है। यह पेट साफ करने, कब्ज दूर करने और आंतों को मजबूत करने का अद्भुत औषधि है। रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।
- हिंगवाष्टक चूर्ण (Hingwashtak Churna): यह गैस, अपच, पेट दर्द और भारीपन में अत्यंत लाभकारी है। इसमें हींग, सौंठ, काली मिर्च, पिप्पली, अजवाइन जैसे तत्व होते हैं। भोजन के 10 मिनट बाद आधा चम्मच गर्म पानी के साथ लें।
- अविपत्तिकर चूर्ण (Avipattikar Churna): एसिडिटी, खट्टी डकारें और पेट जलन में बहुत फायदेमंद। यह पेट को ठंडक देता है और अग्नि को बैलेंस करता है। खाने से 30 मिनट पहले एक चम्मच लें।
- चितरकादी वटी (Chitrakadi Vati): यह वटी अग्नि को जाग्रत करती है और भोजन को अच्छे से पचाने में सहायता करती है। यह भूख न लगने और पेट फूलने की समस्या में असरदार है। भोजन से पहले 1 गोली गुनगुने पानी के साथ लें।
- कुमार्यासव (Kumaryasava): यह तरल रूप में मिलने वाली आयुर्वेदिक औषधि है जो लिवर को मजबूत करती है, पाचन सुधारती है और भूख बढ़ाती है। 15 ml भोजन के बाद लें, उतने ही पानी के साथ मिलाकर।
11. पाचन शक्ति को ठीक करने के घरेलू उपाय
पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय में आज हम जानेंगे कि पाचन शक्ति को ठीक करने के कुछ घरेलू उपाय के बारे में –
1 . भोजन के बाद सौंफ और मिश्री का सेवन करें: यह माउथ फ्रेशनर के साथ-साथ पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है।
2 . गुनगुना पानी पिएं: सुबह खाली पेट और भोजन के बाद गुनगुना पानी पचने में मदद करता है।
3 . अजवाइन और काला नमक का मिश्रण: यह गैस और अपच के लिए आजमाया हुआ नुस्खा है और बहुत फायदेमंद होता है।
4 . नींबू और शहद का सेवन: यह शरीर को डिटॉक्स करता है और पाचन तंत्र को सुधारता है।
5 . दही या छाछ का सेवन: ये प्रॉबायोटिक्स युक्त होते हैं और यह आंतों के लिए अमृत के समान है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए आहार संबंधी सुझाव :
1 . रोजाना आहार में हरी सब्जियां, सलाद, दही और मौसमी फल शामिल करें।
2 . ज्यादा तैलीय, मसालेदार और फास्ट फूड से बचें।
3 . पर्याप्त मात्रा में पानी अवश्य पिएं।
4 . भोजन के तुरंत बाद लेटें नहीं, बल्कि थोड़ी देर टहलें।

निष्कर्ष :
पाचन शक्ति को मजबूत करने के लिए केवल दवाओं से संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए संतुलित आहार, सही दिनचर्या और आयुर्वेदिक उपायों से यह कार्य बहुत आसानी से हो सकता है। अदरक, अजवाइन, त्रिफला और योग-प्राणायाम जैसे घरेलू नुस्खे लंबे समय तक पेट को स्वस्थ रख सकते हैं। पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय को अपनाकर हम पेट की सभी समस्या को सही कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
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