भारत में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बहुत अधिक हैं | स्वास्थ्य , शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक पहलुओं को प्रदर्शित करती हैं। कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं: जैसे : संक्रामक रोग (तपेदिक, मलेरिया, डेंगू), गैर-संक्रामक रोग ( मधुमेह, हृदय रोग और श्वसन संबंधी बीमारियाँ), कुपोषण और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं ।
भारत में कुछ प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं के प्रकार:
संक्रामक रोग:
ये रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं। जैसे :
तपेदिक (टीबी):
यह एक जीवाणु संक्रमण है जो फेफड़ों को प्रभावित करती है।
मलेरिया:
यह एक मच्छर जनित बीमारी है जो मच्छरों के कटाने से फैलता है | इसमें बुखार साथ ठंड लगने का लच्छण दिखाई देते है।
डेंगू:
यह भी एक मच्छर जनित बीमारी है जो बुखार, सिरदर्द, और जोड़ों के दर्द का कारण बनती है और यह लम्बे समय तक रहने से जानलेवा भी होता है | इसका मुख्य कारण गन्दे जल का जमाव। गन्दे जल में ही मच्छर जन्म लेते हैं। इस लिए अपने घर के सामने कभी भी गन्दे जल का जमाव नहीं होने देना चाहिए।
कोविड–19:
यह एक वायरस है जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। इसमें भी लोगो की जान का खतरा रहता है | यह श्वास के माध्यम से ही एक दूसरे के शरीर में फैलता हैं।
गैर-संक्रामक रोग:
ये रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलते हैं। जैसे
मधुमेह:
यह एक चयापचय विकार है जिसमें शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाता है।
हृदय रोग:
यह रोग हृदय और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता हैं।
श्वसन संबंधी बीमारियाँ:
ये बीमारियाँ फेफड़ों और वायुमार्ग को प्रभावित करती हैं। जिससे श्वास लेने में परेशानी होती है |
कुपोषण:
यह स्थिति तब होती है जब शरीर को संतुलित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं:
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भावनाओं, विचारों और व्यवहार को प्रभावित करती हैं। जैसे :
अवसाद:
यह एक मनोदशा विकार है जो उदासी और निराशा की भावनाओं का कारण बनता है।
चिंता:
यह एक विकार है जो अत्यधिक चिंता और भय का कारण बनता है। जिसमे व्यक्ति सही निर्णय नहीं ले पाता है | किसी भी व्यक्ति को अधिक चिंता नहीं करनी चाहिए। चिंता करने अनेक तरह की मानसिक व्यवधानिया उत्पन्न होती हैं।
हेल्थ एंजायटी:
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के बारे में बहुत अधिक चिंतित रहता हैं।
अन्य स्वास्थ्य समस्याएं:
चोटें और दुर्घटनाएं:
ये अचानक होने वाली घटनाएं हैं जो शारीरिक क्षति का कारण बनती हैं I
विकार:
यह शरीर के अंगों या प्रणालियों के कामकाज में असामान्य परिवर्तन करता हैं।
सिंड्रोम:
यह लक्षणों का एक समूह है जो एक विशिष्ट प्रकार की स्थितियों से जुड़ा होता है।
संक्रमण:
ये सूक्ष्मजीवों (जैसे बैक्टीरिया, वायरस, कवक) के कारण होने वाली बीमारियां हैं।
घातक स्वास्थ्य समस्याएं:
हृदय रोग, मस्तिष्कवाहिकीय रोग, और निम्न श्वसन रोग उत्पन्न होते हैं।
स्वास्थ्य समस्याओं के निम्न कारण हैं:
आहार:
असंतुलित आहार, दूषित पानी और भोजन, और दूषित हवा में सांस लेना भी स्वाथ्य पर बुरा असर डालता है ।
संक्रमण:
संक्रमण से बचने के लिए स्वछता का विशेष ध्यान देना चाहिए और संक्रमण से ही अनेक तरह की बीमारियां उत्पन्न होती हैं।
कुपोषण :
अनियमित भोजन करना यानि कुपोषण को दावत देना है। इस लिए कुपोषण से बचने के लिए नियमित और पौष्टिक भोजन करना चाहिए।

मानसिक तनाव:
हमेसा तनाव में रहना शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है। अपने आपको तनाव से दूर रखें।
पर्यावरणीय कारक:
पर्यावरण को दूषित करने से | अपने आस पास के पर्यावरण को हमेशा स्वच्छ रखें।
शारीरिक गतिविधि की कमी:
अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को व्यायाम करना चाहिए।
तेजी से शहरीकरण :
तेजी से शहरीकरण होने के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा अशर पड़ रहा है।
आर्थिक विकास:
आर्थिक विकास या आर्थिक समस्या भी एक तरह से स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है।
- स्वास्थ्य समस्याओं का अध्ययन पैथोलॉजी के द्वारा किया जाता है।
- स्वास्थ्य समस्याओं को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, पर्यावरणीय, आध्यात्मिक, ,वित्तीय , व्यावसायिक, सामाजिक, बौद्धिक और सामुदायिक स्वास्थ्य के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान हेतु निम्न लिखित बिंदु शामिल हैं:
रोकथाम:
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, जैसे संतुलित आहार लेना, नियमित रूप से व्यायाम करना, और तनाव ग्रस्त होने से बचाना।
जल्दी पता लगाना और उपचार:
नियमित स्वास्थ्य जांच कराना और यदि आवश्यक हो तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना ।
सही उपचार:
विषेशज्ञ डाक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लेना, थेरेपी करवाना, या अन्य उपचार विधियों का उपयोग एवम प्रयोग करना।
जागरूकता:
स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को स्वस्थ आदतों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना और लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करना I
इस लेख का मकसद सिर्फ़ जानकारी देना है I स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह एवं जांच के लिए किसी पेशेवर डॉक्टर से सलाह लें I इस लेख में कुछ गलतियां हो सकती है , कृपया सही से इसकी जांच कर ले I