डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार में हम जानेंगे कि डेंगू बुखार एक खतरनाक वायरल संक्रमण है जो Aedes aegypti मच्छर के काटने से फैलता है। इसके शुरुआती लक्षण तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और त्वचा पर लाल चकत्तों के रूप में दिखाई देते हैं। गंभीर स्थिति में प्लेटलेट्स तेजी से कम हो जाते हैं, जिससे नाक या मसूड़ों से खून आने लगता है।
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार आर्टिकल में जानें डेंगू के मुख्य लक्षण, कारण, जांच, चिकित्सकीय और घरेलू उपचार जैसे पपीते की पत्तियों का रस, गिलोय का काढ़ा, नारियल पानी और विटामिन C से भरपूर आहार। साथ ही डेंगू से बचाव के उपाय जैसे पानी जमा न होने देना, मच्छरदानी का उपयोग और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान। सही समय पर पहचान और इलाज से डेंगू पूरी तरह ठीक हो सकता है।
डेंगू बुखार होने के कारण :
डेंगू बुखार का मुख्य कारण Aedes Aegypti मच्छर है। यह मच्छर सुबह और शाम के समय ज्यादा सक्रिय रहते है। गंदे और इकठ्ठा हुए पानी में अधिक पनपते है।

- घर या आसपास रुका हुआ पानी (कूलर, टंकी, गमले आदि) से
- एडीज एजिप्टी (Aedes Aegypti) मच्छर का काटना
- बरसात का मौसम और गंदगी के कारण
- साफ पानी का जमा होना (मच्छरों का प्रजनन)
- संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद दूसरे व्यक्ति को काटना से
- शहरों में नमी और गर्मी का घटना / बढ़ना
डेंगू बुखार के मुख्य लक्षण :
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार आर्टिकल में हम जानेंगे कि डेंगू के लक्षण 4–7 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं। शुरुआती चरण में हल्का बुखार आता है जिससे लोग इसे सामान्य बुखार समझ लेते है, लेकिन समय रहते पहचान करना बेहद जरूरी है। इसके निम्न लक्षण दिए गए है –
1. प्रारंभिक लक्षण
- तेज बुखार (104°F तक) होना
- सिरदर्द में दर्द होना
- आंखों के पीछे दर्द होना
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- भूख का कम लगना
- त्वचा पर लाल चकत्ते (Rashes) पड़ना आदि।
2. कुछ गंभीर लक्षण (Some serious symptoms)
- लगातार उल्टी का होना
- पेट में तेज दर्द होना
- नाक और मसूड़ों से खून का आना
- प्लेटलेट्स की संख्या का तेजी से कम होना
- थकान और कमजोरी लगना
- खून की उल्टी या मल में खून आना
- यदि ऐसे लक्षण दिखें तो बिना देरी किये तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डेंगू बुखार का निदान (Diagnosis) :
डेंगू बुखार की पहचान के लिए डॉक्टर मरीज का निम्नलिखित जांच करवाते हैं:
- CBC (Complete Blood Count): प्लेटलेट्स की संख्या जांचने के लिए होता है।
- NS1 एंटीजन टेस्ट: शुरुआती चरण में डेंगू वायरस की पहचान करने के लिए होता है।
- IgM और IgG एंटीबॉडी टेस्ट: संक्रमण की स्थिति जानने के लिए होता है।
डेंगू बुखार का उपचार :
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार आर्टिकल में हम जानेंगे कि डेंगू बुखार का कोई विशेष एंटीवायरल इलाज नहीं है। इसका उपचार लक्षणों को नियंत्रित करने और शरीर को स्वस्थ रखने पर आधारित होता है। उसी के अनुसार इलाज किया जाता है।

1. चिकित्सकीय उपचार (Medical treatment)
पैरासिटामोल (Paracetamol): बुखार और दर्द को कम करने के लिए दिया जाता है।
IV Fluids: डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए दिया जाता है।
ब्लड प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन: यदि प्लेटलेट्स बहुत कम हो जाएं तो उसको मैनेज करने के लिए दिया जाता है।
बेड रेस्ट: इसमें शरीर को पूरी तरह से आराम देना चाहिए।
ध्यान दें: डेंगू में एस्पिरिन या आइबुप्रोफेन जैसी दवाइयों से बचना चाहिए क्योंकि ये दवाएं रक्तस्राव का खतरा बढ़ाती हैं।
2. घरेलू उपचार (Home Remedies for Dengue)
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार आर्टिकल में हम जानेंगे कि डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज को डॉक्टर की दवा के साथ-साथ घरेलू नुस्खे भी लाभकारी होते हैं। डेंगू में घरेलू नुस्खे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और प्लेटलेट्स की संख्या को सामान्य रखने में मदद करते हैं। आइए जानें कुछ असरदार उपाय –
1. नारियल पानी ( Coconut Water )

- डेंगू बुखार में शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। इसको हाइड्रेट रखने के लिए नारियल पानी का सेवन करना चाहिए।
- नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
- दिन में 2-3 बार इसका सेवन करना चाहिए।
- डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार में नारियल पानी जरूर पिलाये।
2. पपीते के पत्तों का रस (Papaya leaf juice)
- पपीते के पत्ते डेंगू बुखार के इलाज में सबसे लोकप्रिय घरेलू उपाय है।
- इसमें मौजूद एंजाइम्स प्लेटलेट्स की संख्या को तेजी से बढ़ाते हैं।
- तरीका: 2-3 पत्तों को पीसकर उनका रस निकाल लें और दिन में दो बार अवश्य सेवन करें।
3. बकरी का दूध (Goat milk)
- डेंगू के बुखार में बकरी का दूध प्लेटलेट्स और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
- दिन में 1 गिलास सेवन करना बहुत लाभकारी होता है।
4. तुलसी और काली मिर्च की चाय (Tulsi and Black Pepper Tea)
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार में बताया गया है कि डेंगू से बचने के लिए तुलसी और काली मिर्च की चाय बनाकर प्रतिदिन पीना चाहिए।
- तुलसी के पत्ते शरीर को संक्रमण से बचाते हैं।
- तुलसी और काली मिर्च उबालकर बनी चाय पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
5. गिलोय का काढ़ा (Decoction of Giloy)
- गिलोय एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो रोधक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है।
- गिलोय की डंडी को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं और दिन में 1-2 बार अवश्य पिएं।
6. पपीता और कीवी फल (Papaya and Kiwi Fruit)

- पपीता और कीवी में विटामिन C अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो कि प्लेटलेट्स को बढ़ाता है।
- इन्हें रोजाना आहार में अवश्य शामिल करें।
7. गिलोय और अश्वगंधा (Giloy and Ashwagandha)
- गिलोय बुखार कम करने में बहुत सहायक होता है।
- अश्वगंधा शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है और शरीर की कमजोरी को दूर करती है।
- डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार में गिलोय और अश्वगंधा का सेवन अवश्य करें।
8. गेंहू के ज्वारे का रस (Wheatgrass Juice)
- गेंहू और ज्वार का रस डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स को बढ़ाने में बहुत कारगर माना जाता है।
- इसे प्रतिदिन सुबह खाली पेट पिएं।
9. अनार और चुकंदर का सेवन (Consumption of pomegranate and beetroot)

- अनार खून की कमी को दूर करता है और प्लेटलेट्स को भी बढ़ाता है।
- चुकंदर (Beetroot) आयरन से भरपूर होता है, जिससे शरीर में खून की कमी को पूरा करता है।
10. हल्का और पौष्टिक आहार (Light and nutritious diet)
- डेंगू के मरीज को सुपाच्य और हल्का भोजन ही खाना चाहिए।
- खिचड़ी, दाल का सूप, सब्जियों का सूप आदि इसमें अच्छे होते हैं।
डेंगू बुखार से बचाव के उपाय (Prevention Tips for Dengue)
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार में बताया गया है कि अपने आपका बचाव करना बहुत जरुरी है।
- पानी को कहीं भी जमा न होने दें।
- घर के आसपास हमेशा सफाई रखें।
- मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाले उपाय को अपनाएं।
- पूरी बाजू के कपड़े पहनें और अपने शरीर को ठक कर रखें।
- बच्चों और बुजुर्गों को डेंगू से खासतौर पर सुरक्षा दें।
- डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार अवश्य कराएं।
डेंगू बुखार में क्या न करें? (What to Avoid in Dengue)
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार में बताया गया है कि अपने आपको डेंगू से बचाने के लिए क्या न करना बहुत जरुरी है।
- खुद से दवा बिल्कुल भी न लें, केवल डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें।
- डेंगू के बुखार में दर्द निवारक दवाइयों (जैसे Aspirin, Ibuprofen) का सेवन न करें।
- तैलीय, मसालेदार और भारी भोजन से दूरी बनाये रखें।
- ज्यादा बाहर घूमने से बचें और मच्छरों से बचाव करें।
- डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार अवश्य कराएं।
निष्कर्ष (Conclusion) :
डेंगू बुखार एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन अगर समय पर पहचान और सही घरेलू उपाय किए जाएं तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार आर्टिकल में हम जानेंगे कि पपीते के पत्ते, गिलोय, नारियल पानी, अनार और तुलसी जैसे घरेलू नुस्खे डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने और शरीर को मजबूत बनाने में बेहद कारगर सिद्ध हुए हैं। साथ ही डॉक्टर की सलाह लेना और सही आहार लेना बहुत जरूरी है।
डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार सही जागरूकता, सावधानी और घरेलू उपचार के जरिए हम डेंगू जैसी बीमारी से सुरक्षित रह सकते हैं।
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One Response
Good job.